09 नवंबर, 2024, मस्कट (ओमान): FIH Star Awards 2024: हरमनप्रीत सिंह और पीआर श्रीजेश ने भारतीय हॉकी को दी नई ऊंचाई, फैंस का जताया आभार, भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और महान गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने एफआईएच स्टार अवार्ड्स में जीत दर्ज कर भारतीय हॉकी को फिर से चर्चा में ला दिया है। मस्कट, ओमान में शुक्रवार को आयोजित एक भव्य समारोह में उन्हें FIH प्लेयर ऑफ द ईयर और FIH गोलकीपर ऑफ द ईयर अवार्ड से सम्मानित किया गया। भारतीय हॉकी प्रशंसकों का आभार व्यक्त करते हुए, दोनों खिलाड़ियों ने बताया कि यह साल भारतीय हॉकी के लिए खास रहा है – पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक से लेकर हॉकी इंडिया लीग के पुनरुद्धार तक, जिसने खेल के भविष्य के लिए नए रास्ते खोले हैं।

FIH Srar Awards 2024: हरमनप्रीत सिंह और पीआर श्रीजेश ने भारतीय हॉकी को दी नई ऊंचाई, फैंस का जताया आभार
हरमनप्रीत सिंह, जिन्हें आधुनिक हॉकी का सबसे बेहतरीन ड्रैगफ्लिकर माना जाता है, ने पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन कर टीम को ऐतिहासिक कांस्य पदक दिलाया। यह भारतीय टीम के लिए लगातार दूसरा ओलंपिक पदक था, जो पिछले 52 वर्षों में पहली बार हासिल हुआ। उन्होंने ओलंपिक में कुल 10 गोल किए, जिससे उनकी अगुवाई में टीम की जीत सुनिश्चित हुई। हरमनप्रीत ने कहा, “यह भारतीय हॉकी के लिए अच्छे दिनों की शुरुआत है। हम सभी हॉकी इंडिया लीग के पुनरारंभ का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, और मुझे लगता है कि ओलंपिक में हमारे प्रदर्शन ने इसे संभव बनाने में अहम भूमिका निभाई। हम हॉकी इंडिया का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने एफआईएच स्टार अवार्ड्स में हमें समर्थन दिया और लीग को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया।”
हरमनप्रीत को इससे पहले 2020-21 और 2021-22 में एफआईएच प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब मिल चुका है। इस साल उन्होंने 63.84% वोट प्राप्त किए, जिनमें 13.57% फैंस, 15% मीडिया, 40% एक्सपर्ट पैनल और 15.27% नेशनल एसोसिएशन के वोट शामिल थे। उनका निकटतम प्रतिद्वंद्वी नीदरलैंड्स का जोप डी मोल केवल 16.10% वोट ही प्राप्त कर सका।
पीआर श्रीजेश ने एफआईएच गोलकीपर ऑफ द ईयर का खिताब जीतते हुए लगातार तीसरी बार यह अवार्ड अपने नाम किया
दूसरी ओर, पीआर श्रीजेश ने एफआईएच गोलकीपर ऑफ द ईयर का खिताब जीतते हुए लगातार तीसरी बार यह अवार्ड अपने नाम किया। पेरिस ओलंपिक के बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास की घोषणा करने वाले श्रीजेश के लिए यह साल उनके करियर का सबसे भावनात्मक साल रहा। उनके साथी खिलाड़ियों ने भी ओलंपिक में जीते गए कांस्य पदक को श्रीजेश के नाम समर्पित किया, जो उनके दो दशकों से अधिक के करियर को श्रद्धांजलि देने के समान है।
पेरिस ओलंपिक के क्वार्टरफाइनल में श्रीजेश का प्रदर्शन अविस्मरणीय रहा। ब्रिटेन के खिलाफ मैच में जब भारतीय टीम को अधिकांश समय 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा, तब श्रीजेश ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत दिलाई। उन्होंने कहा, “यह साल मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा रहा है। ओलंपिक के बाद मिले ये सम्मान मेरे करियर का सबसे सुंदर विदाई उपहार हैं। खासकर यह पुरस्कार, जिसे विभिन्न वर्गों से मिले वोटों के आधार पर दिया गया है, मेरे लिए बहुत खास है।”
श्रीजेश को कुल 62.22% वोट प्राप्त हुए, जो उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रिमरिन ब्लैक से कहीं अधिक थे। अपने करियर की इस सुनहरी समाप्ति पर श्रीजेश ने कहा, “मैं हॉकी इंडिया का आभारी हूं जिन्होंने मेरे करियर के दौरान हमेशा मुझे समर्थन और मार्गदर्शन दिया। अब मैं SG पाइपर्स के निदेशक और मेंटर के रूप में अपनी नई भूमिका निभाने के लिए उत्सुक हूं। मुझे उम्मीद है कि फैंस का प्यार और समर्थन हमेशा मेरे साथ रहेगा।”
हॉकी इंडिया लीग का पुनरारंभ भारतीय हॉकी के भविष्य के लिए एक ऐतिहासिक कदम
हॉकी इंडिया लीग का पुनरारंभ भारतीय हॉकी के भविष्य के लिए एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। इससे देश के उभरते हुए खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा और भारतीय हॉकी को नए ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद मिलेगी। हरमनप्रीत और श्रीजेश की इस उपलब्धि से भारतीय हॉकी को एक नई दिशा और ऊर्जा मिली है। दोनों खिलाड़ियों ने भारतीय हॉकी में जो समर्पण और मेहनत का परिचय दिया है, वह आने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
इनकी इस सफलता से भारतीय हॉकी को वैश्विक स्तर पर सम्मान मिला है और आने वाले वर्षों में इनके जैसे खिलाड़ी भारतीय हॉकी को और ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रयासरत रहेंगे।