
मदुरै, 25 नवम्बर 2025: जैसे-जैसे एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप तमिलनाडु 2025 की शुरुआत नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे टूर्नामेंट का रोमांच अपने चरम पर पहुंच रहा है। इस बहुप्रतीक्षित प्रतियोगिता के लिए भाग लेने वाली टीमें अब भारत पहुंचने लगी हैं। सोमवार देर रात जापान और चिली की टीमें चेन्नई पहुँचीं, जबकि स्पेन और ऑस्ट्रिया की टीमें मदुरै में उतरीं। 28 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं, और इसे अब तक का सबसे बड़ा जूनियर हॉकी विश्व कप माना जा रहा है
जापान का चौथा जूनियर विश्व कप अभियान
जापान की टीम अपने चौथे एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप में हिस्सा ले रही है। वह पूल-सी में अर्जेंटीना, चीन और न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीमों के साथ है। जापान अपना पहला मुकाबला 28 नवम्बर को अर्जेंटीना के खिलाफ खेलेगा, दूसरा मैच 30 नवम्बर को चीन से और अंतिम ग्रुप मैच 1 दिसम्बर को न्यूजीलैंड के विरुद्ध होगा।
टीम के मुख्य कोच योशिहिरो आनाई ने भारत आगमन पर कहा, “हमने एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप तमिलनाडु 2025 के लिए अच्छी तैयारी की है। हमने जापान की सीनियर पुरुष टीम के साथ प्रैक्टिस मैच खेले हैं और टीम संतुलित है। हमारा पहला मुकाबला अर्जेंटीना के खिलाफ होगा, जो ग्रुप स्टेज का सबसे कठिन मैच हो सकता है, लेकिन हमें अपने प्रदर्शन पर भरोसा है।”
आनाई के अनुसार, जापान की टीम इस बार ऊँचे मनोबल के साथ उतरेगी और ग्रुप चरण में बेहतर परिणाम हासिल करने पर ध्यान देगी।
चिली की टीम का आत्मविश्वास
जापान की टीम के कुछ घंटों बाद ही चिली की पुरुष जूनियर हॉकी टीम भी चेन्नई पहुँची। चिली को पूल-बी में मेजबान भारत, ओमान और स्विट्ज़रलैंड के साथ रखा गया है। चिली ने वर्ष 2023 के संस्करण में 15वां स्थान प्राप्त किया था और इस बार टीम अपने प्रदर्शन में सुधार करने के इरादे से उतरी है।
चिली की टीम अपना पहला मैच भारत के खिलाफ 28 नवम्बर को खेलेगी, इसके बाद 29 नवम्बर को स्विट्ज़रलैंड से और 2 दिसम्बर को ओमान से मुकाबला होगा। टीम का कहना है कि भारत में खेलना उनके लिए प्रेरणादायक अनुभव होगा, क्योंकि यहां के दर्शक ऊर्जा और उत्साह से भरपूर हैं।
स्पेन की नजर स्वर्ण पर
मदुरै में उतरते ही स्पेन की टीम भी टूर्नामेंट की चर्चा का केंद्र बन गई। स्पेन ने अब तक दो बार—2005 और 2023 में—कांस्य पदक जीता है। इस बार टीम अपने प्रदर्शन को और ऊँचाई पर ले जाने तथा पदक का रंग बदलने की उम्मीद रखती है। स्पेन पूल-डी में बेल्जियम, मिस्र और नामीबिया के साथ है। उसका पहला मुकाबला 28 नवम्बर को मिस्र से होगा।
मुख्य कोच ओरियोल पुग तोर्रास ने आगमन पर कहा, “यह मेरा पहला मौका है जब मैं मदुरै आया हूँ और यहां का स्वागत अभूतपूर्व रहा। पूरी टीम इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का हिस्सा बनने पर गर्व महसूस कर रही है। हमारी तैयारियां शानदार रही हैं और हमारे पास एक सशक्त दल है जो उच्च स्तर पर प्रदर्शन कर सकता है। स्पेन ने दो बार कांस्य जीता है और अब हमारा सपना है कि हम एक कदम आगे बढ़ें। हम अपनी सर्वश्रेष्ठ हॉकी खेलकर देश को गौरवान्वित करना चाहते हैं।”
स्पेनिश कोच ने कहा कि भारत की मेजबानी शानदार है और यहां की परिस्थितियाँ टीमों को अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रेरित करती हैं।
ऑस्ट्रिया की सधी शुरुआत
ऑस्ट्रिया की जूनियर टीम भी मदुरै पहुँची है और अपना अभ्यास सत्र शुरू कर चुकी है। हालांकि टीम के पहले मैच की जानकारी बाद में दी जाएगी, लेकिन प्रशिक्षक दल ने संकेत दिए कि वे तमिलनाडु की जलवायु और पिच की स्थितियों के अनुसार अपनी रणनीति में बदलाव ला रहे हैं।
ऑस्ट्रिया की टीम ने पिछले कुछ वर्षों में यूरोपीय जूनियर टूर्नामेंटों में बेहतर प्रदर्शन किया है और अब वह विश्व मंच पर अपनी क्षमता दिखाना चाहती है।
भारत में बढ़ता हॉकी का जोश
तमिलनाडु में पहली बार आयोजित हो रहे एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप को लेकर भारतीय दर्शकों में भारी जोश देखने को मिल रहा है। चेन्नई और मदुरै दोनों ही शहर हॉकी की भावना में डूब चुके हैं। रंग-बिरंगे पोस्टर, प्रचार रैलियाँ और स्कूलों में जागरूकता अभियान से यह साफ झलकता है कि यह आयोजन न केवल खेल प्रतियोगिता, बल्कि खेल-भावना का उत्सव है।
हॉकी इंडिया द्वारा आयोजित यह टूर्नामेंट खेलों के क्षेत्र में भारत की बढ़ती साख का प्रतीक है। मेजबान राज्य तमिलनाडु ने स्टेडियमों को विश्वस्तरीय रूप में तैयार किया है और सभी व्यवस्थाएँ पूरी की जा चुकी हैं।
लाइव स्ट्रीमिंग और दर्शक सुविधा
टूर्नामेंट के सभी मैचों की सीधी झलक जियोहॉटस्टार पर उपलब्ध होगी ताकि दर्शक अपने घर से ही हॉकी के इस महाउत्सव का आनंद उठा सकें। एफआईएच और हॉकी इंडिया ने मिलकर यह सुनिश्चित किया है कि दुनिया के हर कोने में हॉकी प्रेमी इस आयोजन से जुड़ सकें।