Neeraj Chopra Classic: Javelin Mega Battle in Bengaluru, Stars Ready to Shine!
नीरज चोपड़ा क्लासिक: बेंगलुरु में भाले का महासंग्राम, सितारे चमकने को तैयार!
बेंगलुरु, 21 अप्रैल 2025: भारत का गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा अब केवल भाला फेंकने वाला चैंपियन नहीं रहा, बल्कि वह एक शानदार खेल आयोजन का मास्टरमाइंड भी बन गया है! नीरज चोपड़ा क्लासिक का पहला संस्करण 24 मई को बेंगलुरु के श्री कांतीरवा स्टेडियम में होने जा रहा है, और यह आयोजन न सिर्फ भारतीय एथलेटिक्स की दुनिया में तहलका मचाएगा, बल्कि विश्व के दिग्गजों को एक मंच पर लाकर प्रशंसकों को रोमांचित करेगा।

Neeraj Chopra Classic: Javelin Mega Battle in Bengaluru, Stars Ready to Shine!
वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीरज का चेहरा गर्व और उत्साह से चमक रहा था। हमेशा अपनी उपलब्धियों को हल्के-फुल्के अंदाज में बयान करने वाले नीरज ने इस बार खुलकर कहा, “यह मेरे लिए ऐसा है जैसे मैंने भारत और हमारे एथलीटों के लिए कुछ अनोखा किया हो।” उनकी यह बात सुनकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया।
इस बार का आयोजन पुरुष भाला फेंक तक सीमित है, लेकिन नीरज ने वादा किया कि अगले संस्करणों में और स्पर्धाएं जोड़ी जाएंगी। इस बार के सितारों की फेहरिस्त ऐसी है कि स्टेडियम में तालियों की गड़गड़ाहट अभी से सुनाई देने लगी है! दो बार के विश्व चैंपियन और ओलंपिक पदक विजेता एंडरसन पीटर्स, पूर्व ओलंपिक चैंपियन थॉमस रोहलर, विश्व चैंपियन और ओलंपिक मेडलिस्ट जूलियस येगो, मौजूदा विश्व रैंकिंग में 87.76 मीटर के थ्रो के साथ शीर्ष पर चल रहे कर्टिस थॉम्पसन, और पेरिस ओलंपिक फाइनलिस्ट लुइज मौरिसियो डा सिल्वा मैदान में भाले की जंग छेड़ेंगे।
नीरज ने भारतीय खिलाड़ियों को भी मौका देने का भरोसा दिलाया। “मैंने कल रोहित यादव से बात की। हम 3-4 भारतीय एथलीटों को लाने की कोशिश कर रहे हैं,” उन्होंने कहा। फिर ठहाका मारते हुए बोले, “अरे, मैं भी तो खेलूंगा, भूल मत जाना!” उन्होंने यह भी खुलासा किया कि ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम से बात चल रही है। “अरशद ने कहा कि वह अपने कोच से चर्चा कर बताएंगे, लेकिन अभी पक्का नहीं है।” क्या भारत-पाकिस्तान का मैदानी मुकाबला देखने को मिलेगा? यह तो वक्त ही बताएगा!
नीरज के लिए यह आयोजन केवल खेल नहीं, बल्कि एक जुनून है। हमेशा भाला फेंकने में माहिर नीरज अब आयोजन की बारीकियों में उस्ताद बन रहे हैं। पहले यह इवेंट पंचकूला में होने वाला था, लेकिन फ्लडलाइट्स की कमी ने खेल बिगाड़ दिया। “विश्व एथलेटिक्स और टीवी प्रसारण के लिए 600 लक्स की रोशनी चाहिए थी, जो पंचकूला में कम थी,” नीरज ने बताया।
“पहले मेरा रूटीन था—ट्रेनिंग, खाना, सोना,” नीरज ने हंसते हुए कहा। “लेकिन अब मैं नई दुनिया में कदम रख रहा हूं। यह चुनौती भरा है, लेकिन मजेदार भी!” फ्लडलाइट्स से लेकर स्टेडियम की घास, खिलाड़ियों के लिए होटल, खाना, जिम, चेंजिंग रूम, और दर्शकों की सीटें—नीरज हर चीज को परख रहे हैं। उन्होंने मजाक में कहा, “मैं चाहता हूं कि खिलाड़ी बेंगलुरु के चमचमाते टर्मिनल 2 पर उतरें, ताकि उनकी आंखें चौंधिया जाएं!”
नीरज सिर्फ व्यवस्था तक सीमित नहीं हैं। वह दर्शकों के लिए कुछ खास करने की जुगत में हैं। “मैं सोच रहा हूं कि अगर कोई 85 मीटर पार करता है, तो स्टेडियम में आतिशबाजी हो या कोई जश्न!” उन्होंने अपनी टीम को नए-नए आइडियाज के लिए “सिर खा” लिया है। यह देखकर साफ है कि नीरज इस आयोजन को लेकर कितने उत्साहित हैं।
“लोग कहते हैं कि मैंने सब जीत लिया,” नीरज ने मुस्कुराते हुए कहा। “लेकिन यह मेरा नया सपना है। यह मेरे दिमाग में पहले नहीं था, लेकिन अब यह सच हो रहा है। यह दिखाता है कि सपने कभी खत्म नहीं होते।”
भारत में ट्रैक एंड फील्ड को और लोकप्रिय बनाने के लिए यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा। नीरज ने कहा, “जब हम यूरोप में खेलते हैं, तो भारत में रात के 12 बजते हैं। लोग सो रहे होते हैं। अब यह भारत में हो रहा है—लोग स्टेडियम में लाइव तालियां बजा सकेंगे!”
यह कैटेगरी A इवेंट है, जिससे भारतीय खिलाड़ियों को विश्व चैंपियनशिप क्वालिफिकेशन में ज्यादा अंक मिलेंगे। टिकटों की कीमत और बुकिंग की जानकारी जल्द आएगी। नीरज का उत्साह संक्रामक है। “यह विश्वास करना मुश्किल है कि यह हो रहा है, लेकिन मैं इतना खुश हूं कि बता नहीं सकता!”
तो तैयार हो जाइए, बेंगलुरु में भाले का यह महासंग्राम इतिहास रचने वाला है!