The Art of Being A Champion – हम्पी और झू जिनेर अंतिम राउंड से पहले संयुक्त बढ़त पर

The Art of Being A Champion – हम्पी और झू जिनेर अंतिम राउंड से पहले संयुक्त बढ़त पर

“चैंपियन बनने की कला” – हम्पी और झू जिनेर अंतिम राउंड से पहले संयुक्त बढ़त पर
तारीख: 23 अप्रैल 2025 | स्थान: पुणे

पुणे में आयोजित महिला ग्रां प्री शतरंज प्रतियोगिता अपने चरम पर पहुंच चुकी है। आठवें राउंड के बाद भारत की दिग्गज ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी और चीन की उभरती सितारा झू जिनेर 6.5 अंकों के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं। बुधवार को होने वाला अंतिम राउंड इस टूर्नामेंट का विजेता तय करेगा, और प्रशंसकों की नजरें इस रोमांचक मुकाबले पर टिकी हैं।

The Art of Being A Champion - हम्पी और झू जिनेर अंतिम राउंड से पहले संयुक्त बढ़त पर
The Art of Being A Champion – हम्पी और झू जिनेर अंतिम राउंड से पहले संयुक्त बढ़त पर. Image credit: Fide Women’s Grand Prix 2024-2025/Abhilash Shinde

The Art of Being A Champion – हम्पी की रक्षात्मक कुशलता ने बचाई बढ़त

कोनेरू हम्पी ने आठवें राउंड में पोलैंड की अलिना काशलिंस्काया के खिलाफ कड़ा संघर्ष किया। मुकाबला रुई लोपेज़ के 5.d3 एंडरसन वेरिएशन के साथ शुरू हुआ। हम्पी ने शुरुआत में संतुलन बनाए रखा, लेकिन 16…c6 और 19…Ra7 जैसी कमजोर चालों ने उन्हें दबाव में ला दिया। अलिना ने d6 पर नाइट स्थापित कर बढ़त हासिल की और क्वीनों की अदला-बदली के बाद जीत के करीब पहुंच गईं। हालांकि, उनकी 49.Rb7 की गलती ने हम्पी को मौका दिया, जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया और मुकाबला ड्रॉ करवाया। इस ड्रॉ ने हम्पी को खिताब की दौड़ में बनाए रखा है।

झू जिनेर की शानदार वापसी
चीन की झू जिनेर ने सातवें राउंड में हम्पी से हारने के बाद दमदार वापसी की। उन्होंने भारत की युवा खिलाड़ी दिव्या देशमुख को हराकर अपनी स्थिति मजबूत की। झू ने फोर नाइट्स गलेक सिस्टम में 4.g3 की रणनीति अपनाई, जो एक आश्चर्यजनक चाल थी। दिव्या ने किंगसाइड पर आक्रामक रुख अपनाया, लेकिन झू ने 26.Nxe5 के साथ एक टुकड़ा बलिदान कर खेल को अपने पक्ष में मोड़ लिया। इस चाल ने उन्हें तीन प्यादों की बढ़त दिलाई, और 96% सटीकता के साथ उन्होंने मुकाबला जीत लिया।

अन्य मुकाबलों में रोमांच

  • नुर्ग्यूल सालिमोवा बनाम वैशाली रमेशबाबू: सालिमोवा ने ट्रायंगल स्लाव ओपनिंग में 7.b3 के साथ आक्रामक शुरुआत की और केंद्र पर नियंत्रण बनाया। लेकिन 29.Qe1?? की गलती ने वैशाली को Nd3! के साथ पलटवार का मौका दिया। समय संकट के कारण वैशाली बढ़त को जीत में नहीं बदल पाईं, और मुकाबला ड्रॉ रहा।
  • सलोमे मेलिया बनाम हरिका द्रोणावल्ली: यह मुकाबला टूर्नामेंट का सबसे लंबा रहा, जिसमें 116 चालें चलीं। सलोमे ने शुरुआती बढ़त बनाई, लेकिन 27.e6? की गलती ने उन्हें पीछे धकेल दिया। समय की कमी के कारण दोनों खिलाड़ी ड्रॉ पर सहमत हुईं।
  • मुंगुनतूल बटखुयाग बनाम पोलिना शुवालोवा: मुंगुनतूल ने इंग्लिश अटैक से शुरुआत की, लेकिन शुवालोवा ने बेहतर समय प्रबंधन के साथ दबाव बनाया। एक प्यादा बढ़त के बावजूद शुवालोवा जीत हासिल नहीं कर पाईं, और मुकाबला ड्रॉ रहा।

विशिष्ट अतिथियों ने बढ़ाया उत्साह
आठवें राउंड की शुरुआत तीन विशिष्ट अतिथियों ने की। भारतीय ओलंपिक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय पटेल, ऑल इंडिया चेस फेडरेशन के सचिव देव पटेल और पुणे के आयकर आयुक्त डॉ. रविंद्र दांगे ने क्रमशः सलोमे मेलिया, मुंगुनतूल और झू जिनेर के लिए पहली चाल चली। उनकी मौजूदगी ने आयोजन को और खास बना दिया।

अंतिम राउंड का रोमांच
अंतिम राउंड बुधवार को दोपहर 2 बजे (स्थानीय समय) शुरू होगा। जोड़ियां इस प्रकार हैं:

  • वैशाली रमेशबाबू बनाम सलोमे मेलिया
  • कोनेरू हम्पी बनाम नुर्ग्यूल सालिमोवा
  • दिव्या देशमुख बनाम अलिना काशलिंस्काया
  • पोलिना शुवालोवा बनाम झू जिनेर
  • हरिका द्रोणावल्ली बनाम मुंगुनतूल बटखुयाग

क्या कोनेरू हम्पी पुणे में इतिहास रचेंगी, या झू जिनेर पहली बार खिताब जीतेंगी? यह जानने के लिए बने रहें।

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